फैक्ट चेक: क्या वीडियो में नजर आ रहा यह इंटीरियर अयोध्या के राम मंदिर का है? जानिए वायरल वीडियो का सच
- आयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर का वीडियो बताकर किया जा रहा वायरल
- पड़ताल में सच आया सामने
- वायरल वीडियो नागपुर का है ना कि आयोध्या का
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था। फिलहाल, मंदिर का ग्राउंड फ्लोर बनने के बाद पहले तल का निर्माण कार्य चल रहा है। सरकार ने दिसंबर 2024 तक मंदिर निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। मंदिर निर्माण को लेकर सोशल मीडिया पर अक्सर झूठी खबरें वायरल होती रहती हैं। इसी कड़ी में इन दिनों फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे राम मंदिर का बताया जा रहा है। वीडियो में एक धार्मिक बिल्डिंग दिख रहा है जिसमें अच्छी लाइटिंग, फ्लोर और दीवारों पर पेंटिंग्स नजर आ रही है।
44 सेकेंड का यह वीडियो GSB Parivar नाम के एक फेसबुक ग्रुप ने शेयर किया है। वीडियो पोस्ट में करते हुए GSB Parivar ने लिखा, "श्रीराम मंदिर अयोध्या के अंदर के दृश्य – अंतिम परिष्करण कार्य चल रहा है।"
पड़ताल- इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पहली नजर में वीडियो में 'Nagpur Experience' का वॉटरमार्क देखा। इसे देखकर हमारी टीम को वीडियो में दिखाई जा रही जगह नागपुर के होने की आशंका हुई। इसके बाद टीम ने वीडियो के कीफ्रेम्स को 'नागपुर एक्सपीरियंस' कीवर्ड के साथ रिवर्स गूगल इमेज सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें नागपुर एक्सपीरियंस नाम का एक यूट्यूब चैनल मिला। चैनल के शॉर्ट्स सेक्शन में इस वीडियो को 8 जुलाई 2023 को अपलोड किया गया है। वीडियो डिस्क्रिप्शन में चैनल ने लिखा, "कोराडी मंदिर।। नागपुर राम मंदिर।" इस मामले में आगे गूगल कीवर्ड सर्च करने पर वायरल वीडियो नागपुर के महालक्ष्मी जगदंबा देवी मंदिर के रामायण केंद्र से बिल्कुल मिलता जुलता है। इसके बाद अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण कार्य को लेकर गूगल सर्च किया गया। कई न्यूज रिपोर्ट्स को खंगालने के बाद पता चला कि अभी राम मंदिर के प्रथम तल का काम चल रहा है। मंदिर का ग्राउंड फ्लोर बन चुका है लेकिन अभी तक मंदिर के किसी भी भाग की फिनिशिंग नहीं हुई है।
कुल मिलाकर यह वायरल वीडियो नागपुर के महालक्ष्मी जगदंबा देवी मंदिर के रामायण केंद्र का है। जिस वजह से वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो में दिखाए गए जगह का अयोध्या के राम मंदिर से कोई संबंध नहीं है।